लखनऊ में चलती ई-रिक्शा में नर्सिंग छात्रा के साथ अश्लील हरकत, इज्जत बचाने के लिए रिक्शा से कूदी

Sachin Sah
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक नर्सिंग छात्रा के साथ चलती ई-रिक्शा में अश्लील हरकत की घटना सामने आई है, जिसके बाद छात्रा ने अपनी इज्जत बचाने के लिए रिक्शा से कूदकर जान जोखिम में डाल दी। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना रविवार रात की बताई जा रही है, जब छात्रा ई-रिक्शा से अपने घर जा रही थी। रास्ते में चार युवकों ने रिक्शा रोककर छात्रा के साथ अश्लील हरकतें कीं। छात्रा के विरोध करने पर वे और भी उग्र हो गए, जिससे डरकर वह रिक्शा से कूद गई। इस घटना का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

पुलिस ने शिकायत मिलते ही कार्रवाई शुरू की और चारों आरोपियों—अनुज गुप्ता उर्फ आकाश, रंजीत चौहान, अनिल सिन्हा और ई-रिक्शा चालक सत्यम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। सत्यम सिंह फैजुल्लागंज का निवासी बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और मामले की गहन जांच जारी है।

यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है, खासकर सार्वजनिक परिवहन में। लखनऊ जैसे बड़े शहर में भी ऐसी घटनाएं होना चिंताजनक है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन साथ ही मांग की कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ और सख्त सजा होनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, और ऐसी घटनाएं समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं। पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में और सख्ती बरतने की जरूरत है, ताकि महिलाएं बेखौफ होकर सार्वजनिक स्थानों पर आवाजाही कर सकें।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा के लिए और बेहतर प्रबंध किए जाएं। साथ ही, ऐसे अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जाएं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पीड़िता को हर संभव मदद दी जाएगी और आरोपियों को सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।

यह घटना न केवल पीड़िता के लिए एक traumatizing अनुभव रहा, बल्कि यह समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या और किया जा सकता है। उम्मीद है कि इस मामले में न्याय होगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

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