Sattva Sukun Lifecare (पूर्व में मयुख डीलट्रेड लिमिटेड के नाम से जाना जाता था), जो एक मुंबई आधारित कंपनी है, ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक नई ग्लास उत्पादन इकाई की स्थापना की घोषणा की है। यह कदम कंपनी के विस्तार और विविधीकरण की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य घरेलू और कॉर्पोरेट सजावट के बाजार को लक्षित करना है। यह नई इकाई लैंप, झूमर, और फूलदान जैसे उत्पादों का निर्माण करेगी, जो भारतीय बाजार में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
कंपनी फिरोजाबाद में अपना प्लांट स्थापित करेंगी, जिसे भारत का ग्लास सिटी कहा जाता हैं
फिरोजाबाद, जिसे भारत का “ग्लास सिटी” कहा जाता है, लंबे समय से ग्लास निर्माण के लिए प्रसिद्ध रहा है। यह शहर आगरा से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और भारत के MSME ग्लास उद्योगों में 70% से अधिक उत्पादन के लिए जिम्म-जिम्मेदार है, जिसमें देश की लगभग पूरी ग्लास चूड़ियों का उत्पादन शामिल है। फिरोजाबाद की ग्लास बनाने की परंपरा मुगल काल से चली आ रही है, जब सम्राट अकबर ने 16वीं शताब्दी में इस क्षेत्र में एक ग्लास कारखाना स्थापित किया था। ब्रिटिश शासन के दौरान इस उद्योग ने खासा विकास किया और आज यह क्षेत्र भारत के ग्लास उद्योग का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। सत्त्व सुखन लाइफकेयर ने इस समृद्ध परंपरा और स्थानीय कारीगरों की विशेषज्ञता का लाभ उठाने का फैसला किया है।
Sattva Sukun Lifecare ने श्री रूप सिंह को प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में नियुक्त किया
कंपनी ने इस नई इकाई के लिए श्री रूप सिंह को प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में नियुक्त किया है, जो एक GI (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) प्रमाणपत्र धारक हैं। यह नियुक्ति सुनिश्चित करेगी कि उत्पादन प्रक्रिया में फिरोजाबाद की पारंपरिक ग्लासमेकिंग तकनीकों का पालन किया जाए। GI प्रमाणपत्र, जो 2014 में फिरोजाबाद के ग्लास उद्योग को प्रदान किया गया था, इस क्षेत्र की विशिष्ट शिल्पकला और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सत्त्व Sattva Sukun Lifecare का यह कदम न केवल स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देगा, बल्कि पारंपरिक शिल्प को आधुनिक बाजार की मांगों के अनुरूप ढालने में भी मदद करेगा।
भारत का होम डेकोर बाजार 40.80 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद
भारत का होम डेकोर बाजार पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। IMARC ग्रुप की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत के होम डेकोर बाजार का मूल्य 25.50 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, और यह 2025 से 2033 तक 5.40% की CAGR (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) के साथ बढ़कर 40.80 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस वृद्धि का मुख्य कारण ई-कॉमर्स का विस्तार, बढ़ती डिस्पोजेबल आय, और उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताएं हैं। सत्त्व सुखन लाइफकेयर इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार है, विशेष रूप से लैंप, झूमर और फूलदान जैसे उत्पादों के माध्यम से, जो घरेलू और कॉर्पोरेट सजावट के लिए लोकप्रिय हैं।
कंपनी का लक्ष्य इस नई इकाई के माध्यम से अपनी आय को बढ़ाना और मार्जिन में सुधार करना है। फिरोजाबाद में स्थानीय संसाधनों और कुशल कारीगरों की उपलब्धता के कारण उत्पादन लागत में कमी आने की उम्मीद है, जिससे कंपनी को प्रतिस्पर्धी मूल्य पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद पेश करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह कदम स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि यह क्षेत्र पहले से ही ₹3,000 करोड़ से अधिक के वार्षिक कारोबार के साथ भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
Sattva Sukun Lifecare की वित्तीय स्थिति में सुधार
हाल ही में, Sattva Sukun Lifecare ने अपनी वित्तीय स्थिति में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही (Q3 FY 2024-25) में कंपनी ने 29% की राजस्व वृद्धि हासिल की, जो ₹195.54 लाख तक पहुंच गया, जबकि शुद्ध लाभ 83.84% की वृद्धि के साथ ₹69.23 लाख तक पहुंच गया। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2024-25 के पहले नौ महीनों में कंपनी का राजस्व 64.47% बढ़कर ₹421.14 लाख हो गया, और शुद्ध लाभ 125.6% की वृद्धि के साथ ₹164.80 लाख तक पहुंच गया। यह वित्तीय प्रगति कंपनी की रणनीतिक दृष्टिकोण और बाजार की मांगों के अनुरूप खुद को ढालने की क्षमता को दर्शाती है।